Tuesday, March 7, 2023

इस धरती के अंदर लिपटे हुए हम

 
इस धरती के अंदर लिपटे हुए हैं हम।

कभी न छोडेंगे इसको। जान देंगे हम। 

यह हमारी धरती है इसको बचाएंगे हम। 

प्लास्टिक का बहिष्कार करेंगे हम। 

पर्यावरण को स्वच्छ बनाएँगे हम।

पेड़ पौधे लगाएँगे हम।

इस धरती का नाम रोशन करेंगे हम।


गरम हो रहा है

धरती का गोला,

छलनी-छलनी हो रही है

आसमान की छतरी।

इन्हें बचाएँगे हम।

साफ ऊर्जा अपनाएँगे हम।

नदियों-झीलों को सरसाएँगे हम।

फिर से हरियाली की बहार लाएँगे हम।

अपनी छहों ऋतुओं को जिलाएँगे हम। 


इस धरती में लिपटे हैं हम।

इसे जान से ज़्यादा प्यार करेंगे हम।

यह हमारी माता है,

इसे नहीं रुलाएँगे हम।

अपनी प्रकृति माता को  

बचाएँगे हम।